तुमसे वितर कहाँ हूँ मैं ,
जहाँ तू है वहां हूँ मैं,
तुम्हे देख नहीं सकता तो क्या ,
तेरे सपनो के संग तेरा जहाँ हूँ मैं ,
कभी वहां हूँ मैं कभी यहाँ हूँ मैं .
तेरे पलकों के संग आंसू बनकर
तेरे होठो के संग हँसी बनकर
तेरी यादों के संग रूमानियत बनकर
तेरे दिल कि ख़ुशी हूँ मैं .
तू जो सोचे वो सोच हूँ मैं ,
तू जो ध्याये वो ध्यान हूँ मैं ,
तेरी रातों की नींद हूँ मैं ,
तेरे अंतर का गान हूँ मैं .
तेरे भोर की अंगराई हूँ मैं ,
तुझ अकेले की तन्हाई हूँ मैं ,
तू ना सोचे तो कुछ न सही पर ,
गर तू सोचे तो तेरी परछाई हूँ मैं ....|
जहाँ तू है वहां हूँ मैं,
तुम्हे देख नहीं सकता तो क्या ,
तेरे सपनो के संग तेरा जहाँ हूँ मैं ,
कभी वहां हूँ मैं कभी यहाँ हूँ मैं .
तेरे पलकों के संग आंसू बनकर
तेरे होठो के संग हँसी बनकर
तेरी यादों के संग रूमानियत बनकर
तेरे दिल कि ख़ुशी हूँ मैं .
तू जो सोचे वो सोच हूँ मैं ,
तू जो ध्याये वो ध्यान हूँ मैं ,
तेरी रातों की नींद हूँ मैं ,
तेरे अंतर का गान हूँ मैं .
तेरे भोर की अंगराई हूँ मैं ,
तुझ अकेले की तन्हाई हूँ मैं ,
तू ना सोचे तो कुछ न सही पर ,
गर तू सोचे तो तेरी परछाई हूँ मैं ....|
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interesting